Site icon Quest Hour

Mohan Charan Majhi: कौन हैं ओडिशा के नए मुख्यमंत्री, जिन्हें 3 साल पहले की गई थी जान से मारने की कोशिश

mohan charan majhi

Mohan Charan Majhi will sworn in to become 15th CM of Odisha

Mohan Charan Majhi: ओडिशा में भाजपा की पहली बार सरकार बनने के बाद से ही सियासी गलियारों में इस बात को लेकर हलचल थी कि आखिर ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. ऐसे में आज भाजपा द्वारा इस बात की घोषणा कर दी गई है कि ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी होंगे. 52 वर्षीय मोहन चरण माझी बुधवार को ओडिशा के 15 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. ऐसे में आइए जानते हैं क्या है मोहन चरण माझी की राजनीतिक उपलब्धियां.

Mohan Charan Majhi will sworn in Wednesday to become the 15th CM of Odisha

सरपंच से की राजनीतिक जीवन की शुरुआत

1972 में जन्में मोहन चरण माझी(Mohan Charan Majhi) ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत सरपंच के रूप में की थी. वह साल 1997-2000 तक गांव के सरपंच रहे. इसके बाद माझी साल 2000 में पहली बार क्योंझर विधानसभा सीट से विधायक बने. माझी विधायक बनने से पहले भाजपा के आदिवासी मोर्चा के सचिव भी थे. वह कुल चार बार (2000,2009,2019 और 2024) में क्योंझर सीट से विधायक चुने गए.
2024 में माझी ने बीजेडी प्रत्याशी मीना माझी को करीब साढ़े 11 हजार वोटों से हराकर इस सीट पर अपना दबदबा बरकरार रखा था.

यह भी पढ़ें: Arvind Kejriwal with Peenaz Tyagi का ये वीडियो आजकल इतना वायरल क्यों है ?

साल 2021 में की गई थी हत्या की कोशिश

ओडिशा में भाजपा के मुख्य सचेतक के तौर पर काम करने वाले माझी पर साल 2021 में दो अज्ञात लोगों ने देसी बम से किया था. इस हमले में माझी बाल-बाल बचे थे. ये हमला तब हुआ था जब वह श्रमिक संघ की बैठक में भाग लेकर अपनी कार में घर लौट रहे थे. माझी ने उस समय सत्तारूढ़ पार्टी बीजेडी के स्थानीय नेताओं पर हमला करने का आरोप लगाया था.

करीब 2 करोड़ संपत्ति के हैं मालिक

File Photo: Mohan Charan Majhi

विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को पेश किए गए हलफनामे के मुताबिक मोहन चरण माझी(Mohan Charan Majhi) की कुल चल और अचल संपत्ति की कीमत 1.97 करोड़ रुपये है। इसके अलावा उन पर लगभग 95 लाख रुपये का कर्ज भी है. इस संपत्ति में उनकी पत्नी के नाम से एसबीआई में 51 लाख रुपये की एफडी (Fixed Deposit) भी शामिल है.

यह भी पढ़ें: Supriya Shrinate : क्या चीखना-चिल्लाना ही आज के प्रवक्ताओं का काम है या फिर पार्टी की रणनीति ?

Exit mobile version