Shyam Rangeela जिन्होंने कॉमेडी जगत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नक़ल उतारकर दर्शकों के बीच अपनी एक ख़ास जगह बनायीं है। इसी हुनर के कारण उनकी सोशल मीडिया पर तगड़ी फैन फॉलोइंग है। बचपन से ही अपने स्कूल-कॉलेज में लोगों की नक़ल उतारने वाले श्याम रंगीला को पहचान तब मिली जब उन्होंने 2017 में “द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज” में भाग लिया। तो आइये जानते हैं कौन है ये श्याम रंगीला जो एक वक़्त पर मोदी के कट्टर समर्थक हुआ करते थे पर आज उन्होंने नरेंद्र मोदी के ही संसदीय क्षेत्र वाराणसी से नामांकन कर के उन्हें सीधी चुनौती पेश करने का साहस किया है।
Shyam Rangeela का शुरुआती जीवन
श्याम रंगीला जिनका असली नाम सुंदर है का जन्म 25 अगस्त 1994 को राजस्थान में हुआ था। वह राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के मानकथेरी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी पढाई एनीमेशन में की है। बचपन से ही उनको लोगों कि नक़ल उतारने और कॉमेडी करने में मज़ा आती थी। पढाई के बाद उन्होंने कॉमेडी को ही अपना फुल टाइम करियर बनाने को लेकर पूरी तरह से जुट गए।
एक वक़्त पर हुआ करते थे मोदी भक्त
एक समय ऐसा भी था जब Shyam Rangeela प्रधानमंत्री मोदी के कट्टर समर्थक हुआ करते थे। पर बाद में उनकी प्रधानमंत्री पर बनायी गई कुछ वीडियोस को उन्हें हटाना पड़ा जिसके बाद उन्होंने खुल कर इसकी आलोचना भी की थी। उन्होंने कहा – “देश में कॉमेडियन को स्वतंत्रता से कॉमेडी भी करने को नहीं मिलती है”. उनकी स्क्रिप्टस को भी कई टेलीविज़न रियलिटी शोज में मंजूरी नहीं दी गई क्योंकि वह विवादास्पद हो सकती थीं। इन घटनाओं के बाद से ही श्याम रंगीला मोदी आलोचक बन गए।
पहले भी आजमा चुके हैं पॉलिटिक्स में हाथ
श्याम रंगीला का लोकसभा 2024 में वाराणसी से चुनाव लड़ना उनके Political जीवन का पहला अध्याय नहीं है। आपको बता दें कि 29 वर्षीय Shyam Rangeela इससे पहले भी वर्ष 2022 में राजस्थान से आम आदमी पार्टी से जुड़े थे। हालांकि उन्होंने इस बार स्वतंत्र होकर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
मोदी का गढ़ है वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी में पिछले दो बार के लोकसभा चुनावों में कोई भी नेता किसी भी तरह की चुनौती नहीं पेश कर पाया है। वर्ष 2019 में नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की सीट पर 4.80 लाख वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।उन्होंने समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव को हराया था। ऐसे में श्याम रंगीला के लिए इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को किसी भी तरह की चुनौती पेश कर पाना आसान नहीं होगा। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी से इस बार अजय राय वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर देने के इरादे से उतरेंगे।
सोशल मीडिया के माध्यम से किया ऐलान
Shyam Rangeela ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो जारी करके अपने चुनाव में मोदी के खिलाफ खड़े होने के विषय में बताया। उन्होंने वीडियो में बताया जैसे सूरत में हुआ, इंदौर में हुआ वैसा ही वाराणसी में न हो इसलिए मैंने चुनाव में स्वतंत्र रूप से खड़े होने का फैसला लिया है। उल्लेखनीय है की इससे पहले इंदौर सीट पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल करने के बाद अपना नाम वापिस ले लिया था। वहीं सूरत में भी कांग्रेस पार्टी समेत कई अन्य उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो गया था। ऐसी स्थिति में दोनों सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की जीतने की राह आसान हो गई। इसे देखते हुए ही श्याम रंगीला ने वाराणसी सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
इस दिन पड़ेंगे वोट
सातवें चरण के अंतर्गत वाराणसी की लोकसभा सीट पर 1 जून को मतदान होगा। वहीं चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। चुनाव के नतीजों के बाद देश को अपना अगला प्रधानमंत्री मिलेगा।
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